आज के इस आर्टिकल में हम "Hub क्या है" पर चर्चा करेंगे, Hub के फायदे और नुक्शानो के बारे में विस्तार से पढ़ेंगे और Hub के प्रकारो के बारे में भी पढ़ेंगे।
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Hub क्या है (Hub in Hindi)
कंप्यूटर नेटवर्क में “Hub” एक प्रकार का नेटवर्किंग डिवाइस होता है जो कई डिवाइसों को आपस में कनेक्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह नेटवर्क में डेटा ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करता है, जिसे अक्सर लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) में उपयोग किया जाता है।
Hub एक बहुत ही साधारण डिवाइस है जिसमें कोई इंटेलिजेंट डिसीजन मेकिंग क्षमता नहीं होती है। यह डाटा को सभी पोर्ट्स पर भेज देता है जो इससे जुड़े होते हैं, चाहे उस डाटा की जरूरत केवल एक ही पोर्ट पर हो। इससे नेटवर्क पर ट्रैफिक बढ़ सकता है और कॉलिजन्स हो सकते हैं।
Hub में मुख्य रूप से RJ45 पोर्ट्स होते हैं जिनमें इथरनेट केबल्स को प्लग किया जाता है। ये hubs मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं - Active Hub और Passive Hub। Passive Hub सिर्फ मौजूदा डाटा सिग्नल्स को प्रसारित करता है, जबकि Active Hub डाटा सिग्नल को regenerate और strong करता है।
नेटवर्क की बेसिक कनेक्टिविटी के लिए जितनी भी Devices उपलब्ध हैं। यह broadcast traffic, collision domains और नेटवर्क congestion को बढ़ा सकता है। इसलिए आमतौर पर आधुनिक नेटवर्क में Hub का प्रयोग कम होता जा रहा है और इसके स्थान पर स्विचेस का उपयोग बढ़ रहा है, जो कि अधिक इफेक्टिव और efficient होते हैं।
Switches के मुकाबले में, Hub का प्रयोग तब भी करना पड़ सकता है जब किसी पुराने सिस्टम को बिना ज्यादा खर्च किए एक्सटेंड करना हो, क्योंकि Hub सस्ते होते हैं। लेकिन जब भी performance और security का मामला हो, Switch को प्राथमिकता दी जाती है।
कंप्यूटर नेटवर्क में Hub को फिजिकल लेयर (layer 1) पर कार्य करने वाले सिम्पल डिवाइसों में गिना जाता है।
Hub कैसे काम करता है
Data Transmission
Hub का प्रयोग आमतौर पर स्टार टोपोलॉजी में किया जाता है, यह एक ब्रॉडकास्ट डिवाइस है। जब भी कोई नेटवर्क डिवाइस Hub से कनेक्टेड एक पोर्ट पर डेटा भेजता है, तो Hub उस डेटा को अपने सभी अन्य पोर्ट्स पर भेज देता है। इस प्रकार, अगर किसी एक डिवाइस को डेटा भेजा जा रहा है, तो वह डेटा सभी पोर्ट्स पर जाता है, जिससे सभी डिवाइस डाटा को receive करते हैं।
Collision
चूँकि Hub डेटा को सभी पोर्ट्स पर भेजता है, इसलिए जब एक से अधिक Device एक ही समय पर डेटा भेजते हैं, तो डेटा के बीच में टकराव (collision) हो सकता है। ऐसे में Hub डेटा को सही ढंग से फॉरवर्ड करने में असमर्थ होता है, जिससे नेटवर्क में डेटा लॉस हो सकता है।
No Traffic Management
Hub में डेटा ट्रैफिक को मैनेज करने की कोई व्यवस्था नहीं होती। इसका मतलब यह है कि यह traffic को प्राथमिकता देने में सक्षम नहीं होता।
Simple and Cheap
Hub एक बहुत ही सरल और सस्ता नेटवर्किंग डिवाइस है। इसे सेटअप करना आसान होता है और इसमें किसी प्रकार की configuration की आवश्यकता नहीं होती।
Hub के प्रकार (Types of Hubs)
Passive Hub: ये हब केवल सिग्नल को फॉरवर्ड करते हैं, इनमें सिग्नल को Strong करने की क्षमता नहीं होती।
Active Hub: ये हब सिग्नल को न केवल फॉरवर्ड करते हैं बल्कि उसे amplify भी करते हैं, जिससे डाटा को और भी अधिक दुरी पर भेजा जा सकता है।
Hub का उपयोग उन नेटवर्क्स में हो सकता है जहाँ बहुत High Performance की आवश्यकता न हो और जहाँ लागत को कम रखना महत्वपूर्ण हो। हालाँकि नेटवर्किंग सेटअप के लिए, आम तौर पर switch और router जैसे अधिक advanced devices का प्रयोग किया जाता है।
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Hub के फायदे (Advantages of Hub)
साधारणता और उपयोग में आसानी
Hub बहुत ही सरल और उपयोग में आसान होते हैं। इसे configure करने की ज़रूरत नहीं होती है, और यह सीधे उपयोग में लाया जा सकता है। बस Ethernet cables को Hub के पोर्ट्स में प्लग करना होता है और डिवाइसेज आपस में जुड़ जाते हैं।
कम लागत
Hub अन्य नेटवर्किंग डिवाइसेज जैसे कि Switches और Routers की तुलना में काफी सस्ते होते हैं। यह उन छोटे व्यवसायों या घरेलू नेटवर्क्स के लिए उपयोगी हो सकता है जहाँ पर बजट काफी कम है।
no intelligence dependency
Hub में किसी भी प्रकार की इंटेलिजेंस Functionality नहीं होती है, जैसे कि packet filtering। यह उपकरण पूरी तरह से एक broadcast डिवाइस के रूप में कार्य करता है, जो कि कुछ भी जटिल नेटवर्क सेटिंग्स की आवश्यकता नहीं रखता।
प्लग-एंड-प्ले क्षमता
जैसे ही devices को Hub से कनेक्ट किया जाता है, वे सीधे नेटवर्क से जुड़ जाती हैं और आपस में Communicate भी कर सकती हैं।
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Hub के नुकसान (Disadvantages of Hub in Hindi)
High Data Collision Rate
Hub एक पूर्ण ब्रॉडकास्ट डिवाइस है, जो उसे प्राप्त होने वाले सभी Data को हर जुड़े हुए Port पर भेज देता है। जब एक से अधिक डिवाइस एक ही समय पर डेटा भेजते हैं, तो इससे नेटवर्क पर Data Collision हो सकता है।
High Network Traffic and Low Capacity
क्योंकि हर पैकेट को Hub के हर पोर्ट पर भेजा जाता है, इसलिए यह अक्सर नेटवर्क पर अनावश्यक traffic उत्पन्न करता है। यह नेटवर्क की performance को कम कर देता है और इससे नेटवर्क की speed भी कम होती है।
Limited Scalability
Hub की capabilities की सीमितता के कारण, यह बड़े नेटवर्क या जटिल नेटवर्क डिजाइन के लिए उपयुक्त नहीं है। यह केवल छोटे सेटअप्स के लिए ही अच्छा है, और इसका उपयोग बड़े नेटवर्क के विस्तार में नहीं किया जा सकता।
No Intelligent Functioning
Hub में ट्रैफिक मैनेजमेंट या डेटा Priority जैसा कोई इंटेलिजेंट फ़ंक्शन्स नहीं होता है। यह सभी डेटा को समान रूप से Process करता है, चाहे उसकी Priority कु्छ भी हो। इस कारण से नेटवर्क की performance ख़राब हो सकती है।
कुल मिलाकर, Hub का उपयोग छोटे नेटवर्क के लिए उपयुक्त है लेकिन अधिक Complex और Sensitive डेटा के नेटवर्क के लिए यह उपयोगी नहीं है। आज के समय नेटवर्किंग में Switches और Routers जैसी Devices का use ज्यादा किया जाता हैं।